Career in Molecular Biology
Career in Molecular and Cell Biology / मॉलेक्यूलर व सेल बयोलॉजी में करियर
What: Molecular Biology is the branch of Biology that deals with the study of the structure and function of living systems at the molecular level. The branch focuses mainly on DNA, RNA, Protein Synthesis and their regulatory mechanism. A molecular biologist aims to understand the functions of cells at molecular level.
The academic programs include instruction on the molecular basis of gene regulation in microbial and animal cells, the biological features of different types of micro-organisms, the molecular basis for animal development, the structure of animal cells and the functions of their internal organelles.
The molecular basis for cancer and other diseases, the interaction of animal cells with micro-organisms and viruses, and the application of recombinant DNA techniques to problems in basic science and biotechnology.
The salary of Molecular Biologists is satisfying both in government and private sectors. However, private companies working on research and development (R&D) for drug development offer more salaries and benefits to the professionals. The average monthly starting salary varies between Rs 15, 000- Rs 30, 000
How: Since Molecular Biology is a rare field of Science, hence competition is expected to be less as compared to other fields of basic and applied sciences. However, the career is challenging and rewarding. Those who have sufficient interests and relevant academic qualification can only make a career in Molecular Biology.
Molecular and Cell Biologists find employment opportunities in research labs established by Government of India or in the R&D departments of various private drug companies. They can work on developing therapeutic drugs to working on stem cell research and in many other areas within the medical development field.
Recording and analysing various types of data are important parts of working as a molecular and cell biologist. Proper application of research to solve health problems and cure diseases will also be an option for molecular and cell biologists.
The programs in Molecular Biology are offered mainly at post-graduation level. A candidate would be eligible to pursue MSc in Molecular Biology if he/she has studied Biology at the Intermediate and Graduation Level. A B.Sc. in Genetics, Microbiology, Zoology or Botany also fulfil the eligibility criteria of pursuing M.Sc. in Molecular Biology.
In order to be eligible for carrying out research work in the field, one must qualify the CSIR-UGC-NET exam or ICMR JRF examination with Life Science. Engineering or Pharm graduates with Biotechnology as a subject of study, having qualified in GATE examination with a minimum of 85 percentile may also apply for award of Research Fellowship subject to their qualifying in the written test/interview.
Where: Aspirants in this field can also find promising jobs in many of the organisations abroad. Jobs in the field of molecular biology are mainly focused and research based jobs. They can also pursue their career in the field of teaching. They can work as lecturers or assistant professors in any of the reputed colleges/ universities offering this course.
Institutions:
- The Maharaja Sayajirao University of Baroda, Baroda
- University of Madras, Chennai
- B. Pant University of Agriculture and Technology, Allahabad
- University of Delhi, New Delhi
- Jawaharlal University, New Delhi
- Centre for Cellular and Molecular Biology- Hyderabad
- Institute of Microbial Technology- Chandigarh
- Central Institute of Medicinal and Aromatic Plants, Lucknow
क्याः मॉलेक्यूलर बायोलॉजी जीवविज्ञान की वह शाखा है जिसके अंतर्गत जीवन का आण्विक स्तर पर अध्ययन किया जाता है। इस शाखा में मुख्य रूप से डीएनए, आरएनए, प्रोटीन सिंथेसिस और इनके रेगुलेटरी मैकेनिज्म पर फोकस किया जाता है। एक मॉलेक्यूलर बायोलॉजिस्ट का उद्देश्य आणविक स्तर पर कोशिकाओं के कार्यों को समझना होता है।
इन एकेडमिक्स प्रोग्राम में माइक्रोबियल और एनिमल सेल में जीन रेगुलेशन के आणविक आधार पर अनुदेश, विभिन्न सूक्ष्म जीवों के प्रकार, मालेक्युलर आधार पर पशुओं का विकास, पशु कोशिकाओं की संरचना और उनके आंतरिक अंगो के कार्य जैसे बिंदु शामिल होते हैं।
सरकारी और निजी क्षेत्र दोनों में मॉलेक्यूलर बायोलॉजिस्ट को अच्छा वेतन मिलता है। हालांकि, ड्रग डेवलपमेंट के रिसर्च व डेवलपमेंट (आरएंडडी) पर काम करने वाली प्राइवेट कंपनिज द्वारा प्रोफेशनल्स को बेहतर वेतन व अन्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। शुरुआती स्तर पर औसत मासिक वेतन 15,000 से 30,000 रुपये के बीच होता है।
कैसेः चूंकि मॉलेक्यूलर बायोलॉजी जीवविज्ञान विज्ञान की एक दुर्लभ शाखा है इसलिए इसमें विज्ञान के अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा प्रतिस्पर्धा कम हैं। हालांकि, यह करियर चुनौतीपूर्ण और रिवॉर्डिंग है। जिनके अंदर पर्याप्त रुचि व प्रासंगिक शैक्षणिक योग्यता हो केवल वही लोग माल्येकुलर बायोलॉजी के क्षेत्र में कैरियर बना सकते हैं।
मॉलेक्यूलर व सेल बायोलॉजिस्ट भारत सरकार द्वारा स्थापित रिसर्च लैब्स या विभिन्न प्राइवेट ड्रग कंपनियों में के आर एंड डी डिपार्टमेंट में रोजगार के अवसर को प्राप्त कर सकते हैं। वे मेडिकल डेवलपमेंट फिल्ड के अंतर्गत स्टेम सेल पर थेरेपेटिक ड्रग्स के विकास जैसे क्षेत्रों में काम कर सकते हैं।
विभिन्न प्रकार के डेटा की रिकॉर्डिंग व विश्लेषण मॉलेक्यूलर या सेल बायोलॉजिस्ट द्वारा किए जाने वाले प्रमुख कार्यों में से एक है। इसके अलावा स्वास्थ्य समस्याओं को सुलझाने के लिए अनुसंधान का उचित क्रियान्वन और बीमारियों का इलाज भी माल्येकुलर व सेल बायोलॉजिस्ट के लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।
मॉलेक्यूलर बायोलॉजी में प्रोग्राम्स की पेशकश आमतौर पर पोस्ट ग्रेजुएट लेवल पर की जाती है। जिन अभ्यर्थियों ने इंटरमीडिएट और ग्रेजुएट लेवल पर बायोलॉजी की पढ़ाई की हो वे ही मॉलेक्यूलर बायोलॉजी में एमएससी कर सकते हैं। इसके अलावा जेनेटिक्स, माइक्रोबायोलॉजी, जूलॉजी या बॉटनी में बीएससी करने के बाद भी मॉलेक्यूलर बायोलॉजी में एमएससी किया जा सकता है।
इस फील्ड में रिसर्च वर्क करने के लिए सीएसआईआर – यूजीसी-नेट एग्जाम या लाइफ साइंस के साथ आईसीएमआर जेआरएफ की परीक्षा पास करना आवश्यक होता है। बायोटेक्नालॉजी की स्टडी के साथ इंजीनियरिंग या फार्म ग्रेजुएट्स जिन्होने गेट परीक्षा में न्यूनतम 85 प्रतिशत पर्सेंटाइल हासिल किया हे वे भी रिसर्च फैलोशिप के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
कहांः इस क्षेत्र में अभ्यर्थियों के पास विदेश में जॉब पाने के शानदार मौके भी होते हैं। मॉलेक्यूलर बायोलॉजी के क्षेत्र में अधिकतर जॉब्स रिसर्च पर आधारित होतें हैं। वे अध्यापन के क्षेत्र में भी काम कर सकते हैं। वह लोग इस कोर्स की पेशकश करने वाले किसी भी प्रतिष्ठित कॉलेज/यूनिवर्सिटी में लेक्चरर या असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर काम कर सकते हैं।
संस्थानः
- द महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा, बड़ौदा
- यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रास, चेन्नई
- जीबी पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नालॉजी, इलाहाबाद
- यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली, नई दिल्ली
- जवाहर लाल यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
- सेंटर फॉर सेलुलर एंड मॉलेक्यूलर बायोलॉजी – हैदराबाद
- इंस्टिट्यूट ऑफ माइक्रोबियल टेक्नालॉजी,चंडीगढ़
- सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमेटिक प्लांट्स, लखनऊ
- CAREER CLUSTERS
- ACCOUNTS AND FINANCE
- BUSINESS MANAGEMENT AND ADMINISTRATION
- DEFENCE & MILITARY
- DESIGNING & ART
- EDUCATION & TRAINING
- ENGINEERING AND TECHNOLOGY
- HEALTH SCIENCES
- HUMANISTIC STUDIES
- INFORMATION TECHNOLOGY
- LAW AND JUDICIARY
- MEDIA AND ENTERTAINMENT
- PUBLIC ADMINISTRATION AND GOVERNANCE
- SCIENCE AND RESEARCH
- TRAVEL TOURISM AND HOSPITALITY
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