Career in Merchant Navy / मर्चेंट नेवी में करियर

What: The Merchant Navy is a non-combatant commercial fleet which deals with transporting cargo and occasionally, passengers, by sea to destinations around the world. The Merchant Navy fleet is mainly composed of cargo liners, tankers, cruisers, passenger vessels and other special types of seafaring vessels. Merchant Navy is the backbone of international trade, carrying cargo all over the world. Without the merchant navy, much of the import-export business would come to a grinding halt! Today, there is hardly any career which can fetch such high salaries at such a young age that the Merchant Navy offers. There are three distinct areas of activity in the merchant navy – navigation, engineering and radio and wireless communication. The merchant navy provides a range of career paths, with opportunities at sea and onshore. Following are the career options in merchant navy: Deck Officer, Engineering Officer, Radio Officers, Purser etc

The starting salary varies between Rs 15,000 to Rs 20,000 a month. Officers get a variety of perks like free food, accommodation, paid leave, two-way free passage and facilities for families. In other words, the salary can be saved totally while one is on ship. Other perquisites include bonus, holiday travel and other annual benefits. Foreign companies pay even higher with a starting salary of $ 1,500 to $ 2,500.

How: Candidate should have strong inner self and tough physical form, along with a sporting, adaptive and adjustable attitude. Willing to take on responsibility, love for adventure and challenges; have the urge to efforts for higher positions; be able to work as well as study for examinations in between. Candidates need to be intelligent, intuitive, willing to work as a team, flexible, patient; have a liking for solitude, willing to live apart from loves ones for long stretches of time. Those opting for a career should not be sea sick. Manual dexterity is a must; one should be willing to learn new ways and work with modern technology; and able to work in the deck department as well if need arises. Those who wish to enter the navigational and engineering fields of Merchant Navy need to complete their B.Sc. degree in mechanical or marine engineering, before they can gain admission to the field. People who have completed their 10+2 with Physics, Chemistry, and Mathematics are eligible to join as Deck Cadets.

The entry level for a fresh Marine Engineer (ME) is at the rank of fifth engineer or junior engineer and a Nautical Science graduate is as a Deck Cadet. Promotions depend on further examinations conducted by the Directorate General of Shipping (DGS), the quality of experience and personal merit. On successfully completing these examinations the candidate receives the ‘Certificates of Competency’ needed for promotion to the respective classes. This examination is conducted by the Ministry of Surface Transport, in association with the Directorate General of Shipping (DGS) Mumbai, for determining the promotion prospects for the officers.


Where: There is enough scope for employment in Indian as well as foreign ships. In addition, since the Merchant Navy offers excellent remuneration and good career prospects, many young people are being attracted to the profession. Placement may be found on various types of ships such as tankers, cargo and passenger ships. Companies that run merchant ships require trained people who can operate and maintain the ships. Trained people are required for the three main departments of the ship: the deck, the engine and the service department.

Institutions:

  • Training Ship Chanakya (TS Chanakya), Mumbai.
  • Marine Engineering Research Institute (MERI), Calcutta.
  • National Institute of Port Management, Chennai.
  • International Institute of Maritime Studies, New Delhi
  • S. Bhadra, Calcutta,
  • S. Mekhala, Vishakapatnam
  • Academy of Maritime Education and Training, Chennai.

क्याः मर्चेंट नेवी एक वाणिज्यिक बेड़ा है जो समुद्र के रास्ते कार्गो और यात्रियों को दुनिया भर के गंतव्यों तक पहुचाने के लिए परिवहन के तौर पर कार्य करता है। मर्चेंट नेवी का बेड़ा मुख्य रूप से कार्गो लाइनर्स, टैंकर्स, क्रूजर्स, यात्रियों के सामान और अन्य विशेष प्रकार के समुद्री सामानों से बना होता है। दुनिया भर में माल ले जाने की वजह से मर्चेंट नेवी को अंतरराष्ट्रीय व्यापार की रीढ़ माना जाता है। मर्चेन्ट नेवी के बगैर ज्यादातर आयात-निर्यात व्यापार ठप पड़ सकता है! आज शायद ही कोई करियर है जो बेहद कम उम्र में मर्चेंट नेवी की तरह उच्च वेतन प्रदान करता हो। नेविगेशन, इंजीनियरिंग व रेडियो और बेतार संचार मर्चेन्ट नेवी में गतिविधि के तीन अलग क्षेत्र हैं। मर्चेन्ट नेवी समुद्र में और तटवर्ती स्थानो पर करियर की बेहतरीन संभावनाए प्रदान करता है। मर्चेन्ट नेवी में करियर विकल्प इस प्रकार हैंरू डेक अधिकारी, इंजीनियरिंग अधिकारी, रेडियो अधिकारी, खजांची इत्यादि।

यहां प्रारंभिक वेतन प्रतिमाह 15,000 रुपये से 20,000 रुपये के बीच होता है। इसके अलावा अधिकारी को निरूशुल्क भोजन, आवास, छुट्टी, मुफ्त यात्रा और परिवार के लिए अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाती है। दूसरे शब्दों में कहा जाये तो जहाज पर प्रवास के दौरान वेतन को पूरी तरह से बचाया जा सकता है। अन्य अनुलाभों में बोनस, अवकाश यात्रा और अन्य वार्षिक लाभ शामिल हैं। विदेशी कंपनियां तो 1,500 से 2500 डॉलर तक प्रारंभिक वेतन प्रदान करती हैं।

कैसेः मर्चेंट नेवी में करियर बनाने के लिये उम्मीदवार को भीतर से मजबूत होने के साथ शारिरिक तौर पर भी फिट होना चाहिये इसके अलावा उसमें खेल भावना और समायोज्य रवैया भी होना चाहिए। जिम्मेदारी लेने को तैयार, साहसिक चुनौतियों के लिए जूनून, उच्च पदों को पाने का जज्बा और काम के बीच में परीक्षाओं के लिए अध्ययन करने में उम्मीदवार को सक्षम होना चाहिये। उम्मीदवारों को सहज, बुद्धिमान होने के साथ टीम में काम करने को तैयार रहना चाहिये। इसके अलावा धैर्य, लचीलापन और एकांतप्रेमी होना भी इस क्षेत्र की प्रमुख जरूरत है। उम्मीदवारों को परिजनो से लंबे तक दूर रहने के लिये तैयार रहना चाहिये। इसे करियर के तौर पर अपनाने वाले युवाओं मे समुद्र से डर नहीं होना चाहिये। यहां मैनुअल निपुणता भी बेहद जरूरी होती है लिहाजा उम्मीदवार को नए तरीके और आधुनिक तकनीक के साथ काम सीखने के लिए तैयार रहना चाहिए, और जरूरत पड़ने पर डेक विभाग में काम करने में भी सक्षम होना चाहिये। मर्चेंट नेवी के नेविगेशनल और इंजीनियरिंग क्षेत्र में प्रवेश लेने के लिये उम्मीदवार के पास यांत्रिक या मरीन इंजीनियरिंग बीएससी की डिग्री होनी चाहिये। भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित के साथ 10$2 पूरा कर चुके लोग डेक कैडेट के रूप में शामिल होने के लिए योग्य हैं।

एक नये समुद्री इंजीनियर (एमई) का प्रवेश स्तर पांचवें या जूनियर इंजीनियर का होता है जबकि समुद्री विज्ञान स्नातक डेक कैडेट होता है। पदोन्नति जहाजरानी महानिदेशालय (डीजीएस) द्वारा आयोजित परीक्षाओ, अनुभव और व्यक्तिगत योग्यता के आधार पर की जाती है। इन परीक्षाओं को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद उम्मीदवार को श्योग्यता का प्रमाण पत्रश् प्रदान किया जाता है जो संबंधित वर्गों में पदोन्नति के लिये आवश्यक है। पदोन्नति की संभावनाओं को निर्धारित करने के लिए इस परीक्षा का आयोजन भूतल परिवहन मंत्रालय द्वारा मुंबई शिपिंग महानिदेशालय (डीजीएस) के सहयोग से किया जाता है।

कहांः भारतीय और विदेशी जहाजों में रोजगार की काफी गुंजाइश है। उत्कृष्ट वेतन और करियर की शानदार संभावनाओं की वजह से युवा वर्ग मर्चेंट नेवी की तरफ काफी आकर्षित हो रहें हैं। यहां टैंकर्स, कार्गो और यात्री जहाजों पर प्लेसमेंट प्राप्त किया जा सकता है। व्यापारी जहाजों को चलाने वाली कंपनियों को जहाज पर काम करने के लिये प्रशिक्षित लोगों की आवश्यकता होती है। प्रशिक्षित लोगों की आवश्यकता जहाज के तीन मुख्य विभागों यानि डेक, इंजन और सेवा विभाग के लिए होती है।

संस्थानः

  • ट्रेनिंग शिप चाणक्य (टीएस चाणक्य), मुंबई.
  • मरीन इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (डम्त्प्), कलकत्ता.
  • नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पोर्ट मैनेजमेंट, चेन्नई
  • इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मार्टाइम स्टडीज, नई दिल्ली
  • टी एस भद्र, कलकत्ता,
  • टी.एस. मेखला, विशाखापट्नम
  • एकेडमी ऑफ मार्टाइम एजुकेशन एंड ट्रेनिंग, चेन्नई

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