Career in Gemmology / जेमोलॉजी में करियर

What: Since the beginning of human civilization, jewels and jewellery have been an integral part of our lives. They have been regarded as a symbol of wealth and glory. It is also believed that certain kind of gemstones can influence our behaviour and our fate as they are to believe to possess some magical powers. So there has been increasing need of professionals who cater to this demand of designing and manufacturing ornaments and jewellery. In India this industry is emerging as an important source of employment and has lot of potential for growth. Even many foreign brands and companies are tying up with Indian companies for manufacturing gold and diamond studded jewellery.

Gemmology is a subject which deals with gems stones, identifying them, grading them and sorting them according to their physical properties and values. A gemmologist studies about the classification of the natural gem stones and finds the way to prevent damage.

A basic course in gemmology can fetch you a salary in the range of Rs 10,000 to Rs 18,000 a month. On the other hand a higher qualification can help you command an Rs 30,000 to Rs 50,000 package.

How: To be a successful gemmologist, one needs to have adequate knowledge of minerals and other organic materials such as amber, corals and pearls that are used in jewellery making-to be able to distinguish natural gemstones from the synthetic ones and the imitations, so one knows real diamond from glass or a synthetic diamond.

Candidates who have qualified 10+2 or equivalent examination from a recognised educational institute can apply for a diploma, degree or certificate course in this field.

As a reputed gem consultant who caters to high profile multinational clientele, you may have to travel across the globe. Since astrology as a science has started getting recognition in the western world you can even start your own gem business there.

Where: There is a great demand for trained gemmologists these days. The growth in demand for these professionals is mainly propelled by the requirements of people who want to buy genuine gem stones.

Moreover, the gems and jewellery industry has gone through a sea change in the recent past. Buyers and even retailers have become more quality conscious and as a result, there is all the more need for expert gemmologists.

On the supply side, various institutions across the country are trying their best to meet the demand for professionals in this field. Being a relatively new discipline, gemmology is slowly but steadily gaining respect in the society.

Institutions:

क्याः मानव सभ्यता की शुरुआत के बाद से ही जवाहरात और गहने हमारे जीवन के अभिन्न अंग है। उन्हे धन और वैभव का प्रतीक माना जाता है। यह भी माना जाता है कुछ खास रत्न अपनी जादुई शक्तियों से हमारे हमारे व्यवहार और भाग्य को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए गहने और जवाहरात की डिजाइनिंग की जरुरतो को पूरा करने वाले प्रोफेशनल्स की मांग बढ़ी है। भारत में यह उद्योग रोजगार के अहम स्रोत के रूप में उभर रहा है और इसमें विकास की काफी संभावनाएं मौजूद हैं। यहां तक की सोने और हीरे जड़ित गहने के निर्माण के लिए कई विदेशी ब्रांड्स भी भारतीय कंपनियों के साथ जुड़ रहे हैं।

जेमोलॉजी जवाहरात व रत्नों से संबंधित विषय है जिसके अंतर्गत उनकी पहचान, ग्रेडिंग और उनके भौतिक गुणों व मूल्यों के मुताबिक तराशने का काम किया जाता है। एक जेमोलॉजिस्ट प्राकृतिक रत्नों के वर्गीकरण के बारे में अध्ययन करते हुए उन्हे होने वाले नुकसान को रोकने के तरीके का पता लगाता है।

जेमोलॉजी में बेसिक कोर्स पूरा करने के बाद आप प्रतिमाह 10,000 से 18,000 रुपये तक कमा सकते हैं। वहीं दूसरी ओर इस क्षेत्र में और उच्च योग्यता की मदद से आप तीस से पचास हजार रुपये के पैकेज को प्राप्त कर सकते हैं।

कैसेः एक सफल जेमोलॉजिस्ट बनने के लिए आभूषण में इस्तेमाल होने वाले एम्बर, कोरल व मोती जैसे अन्य कार्बनिक पदार्थों का पर्याप्त ज्ञान होना जरुरी है जिससे की वे सिंथेटिक व प्राकृतिक रत्नों की पहचान कर सकेंगे और शीशे के सिंथेटिक हीरे एवं असली हीरे में भेद करने में सक्षम हो सकेंगे।

जिन अभ्यर्थियों ने किसी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान से 10+2 या समकक्ष परीक्षा पास की हैं वे इस क्षेत्र में डिप्लोमा, डिग्री या सर्टिफिकेट कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।

हाई प्रोफाइल मल्टीनेशनल ग्राहकों की जरुरतों को पूरा करने वाले प्रतिष्ठित जेम कंसलटेंट को दुनिया भर में यात्रा करनी पड़ सकती है। पश्चिमी देशों में ज्योतिष को विज्ञान के रूप में मिलने वाली मान्यता को मद्देनजर रखते हुए आप वहां अपने बिजनेस की शुरुआत भी कर सकते हैं।

कहांः इन दिनो ट्रेंड जेमोलॉजिस्ट की काफी मांग है। इन प्रोफेशनल्स की मांग में वृद्धि मुख्य रूप से वास्तविक जेम स्टोन खरीदने वालों की संख्या में हो रही बढोत्तरी की वजह से हुई है।

इसके अलावा, हाल के दिनों में रत्न एवं आभूषण उद्योग में बड़ा परिवर्तन देखने को मिला है। खरीदार और यहां तक कि रिटेलर्स भी अब गुणवत्ता के प्रति काफी जागरूक हो गए हैं जिसकी वजह से एक्सपर्ट जेमोलॉजिस्ट्स की मांग में भी तेजी से इजाफा हुआ है।

आपूर्ति पक्ष के तहत देश में विभिन्न संस्थाओं द्वारा इस क्षेत्र में प्रोफेशनल्स की मांग को पूरा करने की पूरी कोशिश की जा रही है। अपेक्षाकृत एक नई विधा होने की वजह से जेमोलॉजी को धीरे धीरे ही सही लेकिन निरंतर समाज में सम्मान प्राप्त हो रहा है।

संस्थानः

INSTITUTES:

  • National Institute of Fashion Technology (NIFT), New Delhi.
  • Shri Bhaubhai Mafatlal Polytechnic, Mumbai
  • Gem and Jewellery Export Promotion Council, Jaipur (Rajasthan)
  • Jewellery Design and Training Institute (JDTI), NOIDA
  • National Institute of Design (NID, Ahmedabad
  • The Indian Diamond Institute, Gem & Jewellery EPC, Jaipur
  • Vakall’s Academy of Jewellery Design, Mumbai

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