Career in Social Work / सामाजिक कार्यों में करियर

What: Today the society is becoming more and more complex in its working. The prime slogan of today’s world is the survival of the fittest. This has increased the number of helpless, deprived and disadvantaged. Here is the role of social work comes into play. Social work utilize resources to sort out the problems of such people and try to ameliorate and alleviate their pain and suffering. Social workers try to prevent social problems caused by poverty, unemployment, inadequate health and education facility, alcoholism, drugs abuse. They also try to improve the life of certain disadvantaged like disabled, old aged, orphan and women. The days are gone when social work was done for philanthropic purpose. But now it become a professional course offered by institutes like TISS, IRMA and Delhi School of Social Work keeping in eyes the proliferation of NGOs in every nooks and corner of the country. Many and many students now prefer social work courses and get wide varieties of opportunities.

Social work grew out of humanitarian and democratic ideals, and its values are based on respect for the equality, worth, and dignity of all people. Since its beginnings over a century ago, social work practice has focused on meeting human needs and developing human potential. Human rights and social justice serve as the motivation and justification for social work action. In solidarity with those who are disadvantaged, the profession strives to alleviate poverty and to liberate vulnerable and oppressed people in order to promote social inclusion.

Remuneration of qualified professional social worker varies according to their job profile, qualification and experience. Those employed in government’s community developmental projects have good earnings of Rs 8000 to Rs 10000. Those working for NGOs also have similar pay structures. One can expect higher salary in corporate houses and industries. Salaries and perks are even higher in International NGOs. The Social Workers who are running their own NGOs also have handsome earnings.

How: There are ample job opportunities for BSW/MSW degree holders in both the government as well as non-governmental sectors. Opportunity in the governmental sector is mainly in the community development projects pertaining to health, education, rural development, child, woman and tribal welfare etc. Work in NGOs’ can be specific to either urban or rural area. Postgraduates in Social Work also have job opportunities in the industrial and corporate sector. Students opting social work as career may find job in child welfare and family service agencies for providing mental, health, medical, educational and correctional services.


Where: Premier international organizations like WHO, UNESCO, UNICEF and other international organizations with similar goals targeted at developing nations, require social workers in their developmental campaigns and projects. These organizations also pay well.

 

Institutions:

  • Indian Institute of Social Welfare and Business Management, Calcutta
  • Tata Institute of Social Sciences, Mumbai
  • Institute of Social Sciences, Agra
  • University of Delhi, Delhi
  • Rajasthan University, Jaipur
  • Bombay University, Mumbai
  • Loyola College of Social Sciences, Chennai
  • Trivandrum and Madras School of Social Work, Chennai

क्याः आज हमारा समाज अपने कामों में और जटिल में होता जा रहा है। सरवाइवल ऑफ फिटेस्ट आज की दुनियां के सबसे लोकप्रिय सिद्धांतो में से एक है। इसकी वजह से असहायों, मुफलिसों और वंचितो की संख्या में इजाफा हुआ है। यहां सामाजिक कार्यों द्वारा अहम भूमिका निभाई जाती है। सामाजिक कार्यों के अंतर्गत संसाधनों का उपयोग करते हुए ऐसे लोगों की समस्याओं को सुलझाया जाता है और उनके दर्द को कम करने का प्रयास किया जाता है। सोशल वर्कर्स गरीबी, बेरोजगारी, अपर्याप्त स्वास्थ्य व शिक्षा, शराब और ड्रग्स की वजह से होने वाले सामाजिक समस्याओं को रोकने की कोशिश करते हैं। उनके द्वारा विकलांगो, बुजुर्गों, अनाथों व महिलाओं जैसे वंचित वर्ग के जीवन में सुधार की कोशिश भी की जाती है। अब वो दिन चले गए हैं जब सामाजिक कार्य को परोपकार के उद्देश्य से किया जाता था। अब तो यह एक प्रोफेशनल कोर्स बन चुका है जिसकी पेशकश टीआईएसएस, आईआरएमए और दिल्ली स्कूल ऑफ सोशल वर्क जैसे इंस्टिट्यूट्स द्वारा की जा रही है। आज बहुत से छात्रों द्वारा सोशल वर्क के कोर्सेज को प्राथमिकता दी जा रही है और उन्हें विभिन्न तरह के अवसर भी मिल रहें है।

सोशल वर्क अब मानवीय व लोकतांत्रिक आदर्शों से बाहर निकल चुका है और उसके मूल्य अब लोगों में समानता व उनकी गरिमा पर आधारित होते हैं। सदियों पहले हुई शुरुआत के बाद से ही सामाजिक कार्य मानवीय जरूरतों को पूरा करने और मानवीय क्षमता के विकास पर केंद्रित रहे हैं। मानव अधिकार व सामाजिक न्याय सोशल वर्क के प्रेरणास्त्रोत हैं।

योग्य और प्रोफेशनल सोशल वर्कर की आय काफी हद तक उनके प्रोफाइल, योग्यता व अनुभव के अनुसार बदलती रहती है। सरकार के सामुदायिक विकास परियोजनाओं में कार्यरत लोग प्रतिमाह 8000 रुपये 10000 रुपये तक कमाते हैं। गैर सरकारी संगठनों के लिए काम करने वालें लोगों की वेतन संरचना भी समान होती है। जबकि कॉर्पोरेट घरानों व इंडस्ट्री में और उच्च वेतन की उम्मीद की जा सकती है। अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठनों में वेतन और भी ज्यादा होता है। अपना खुद का एनजीओ चलाने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं की भी अच्छी कमाई होती है।

कैसेः बीएसडब्ल्यू/एमएसडब्ल्यू डिग्री होल्डर्स के पास सरकारी व गैर-सरकारी दोनों क्षेत्रों में रोजगार के पर्याप्त अवसर मौजूद हैं। सरकारी क्षेत्रों में मुख्य रूप से स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास, बच्चों, महिलाओं व आदिवासी कल्याण से जुड़े सामुदायिक विकास परियोजनाओं में रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं। एनजीओ के अंतर्गत शहरी व ग्रामीण इलाकों में काम करना पड़ सकता है। सोशल वर्क में पोस्टग्रेजुएट किए हुए लोगों के पास इंडस्ट्रियल व कॉरपोरेट सेक्टर में भी रोजगार के असीम संभावनाएं उपलब्ध हैं।

सामाजिक कार्य को बतौर करियर चुनने वाले छात्रों को मानसिक, स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा और सुधारक सेवाएं प्रदान करने के लिए बाल कल्याण व फैमिली सर्विस एजेंसी में भी काम करने का मौका मिल सकता है।

कहांः विकासशील देशों के लिए समान लक्ष्य वाली डब्ल्यूएचओ, यूनेस्को, यूनिसेफ जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों को उनकी विकास से जुड़े कैंपेन व प्रोजेक्ट्स के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं की आवश्यकता होती है। ये संस्थाएं अच्छा वेतन भी प्रदान करती है।

संस्थानः
ऽ इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल वेलफेयर एंड बिजनेस मैनेजमेंट कोलकात्ता
ऽ टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सांइसेज, मुंबई
ऽ इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज, आगरा
ऽ यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली, दिल्ली
ऽ राजस्थान यूनिवर्सिटी, जयपुर
ऽ बॉम्बे यूनिवर्सिटी, मुंबई
ऽ लोयोला कॉलेज ऑफ सोशल सांइसेज, चेन्नई
ऽ त्रिवेंद्रम एंड मद्रास स्कूल ऑफ सोशल वर्क, चेन्नई

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