Career as Entrepreneur
Career as Entrepreneur / एंटरप्रेन्योर के रुप में करियर
What: An entrepreneur is a person who starts an enterprise. He searches for change and responds to it. A number of definitions have been given of an entrepreneur- The economists view him as a fourth factor of production along with land labour and capital. Still others feel that entrepreneurs are innovators who come up with new ideas for products, markets or techniques.
To put it very simply an entrepreneur is someone who perceives opportunity organizes resources needed for exploiting that opportunity and exploits it. Computers, mobile phones, washing machines, ATMs, Credit Cards, Courier Service, and Ready to eat Foods are all examples of entrepreneurial ideas that got converted into products or services.
Entrepreneurship can be described as a process of action an entrepreneur undertakes to establish his enterprise. Entrepreneurship is a creative activity. It is the ability to create and build something from practically nothing. It is a knack of sensing opportunity where others see chaos, contradiction and confusion. Entrepreneurship is the attitude of mind to seek opportunities, take calculated risks and derive benefits by setting up a venture. It comprises of numerous activities involved in conception, creation and running an enterprise.
How: Obviously, a successful Entrepreneur must be well trained in their desired field but qualifications can vary greatly. A hopeful restaurateur may be a skilled chef newly graduated from culinary school, a people-person with a bachelor’s degree in hospitality services or an MBA who knows nothing about cooking but has always dreamed of owning a great neighbourhood restaurant. A common denominator for all Entrepreneurs is the need for capital, so the ability to write an effective business plan is vital.
Entrepreneurs are considered risk-takers and are people who are willing to leave the security of a nine-to-five job in order to create something of their own. Especially at the beginning of an enterprise, an Entrepreneur may need to be manager, bookkeeper, public relations representative, customer service agent and marketing expert all in one. A strong, independent nature is evident in most successful Entrepreneurs, along with the confidence to believe in their own success.
He can convert a threat into an opportunity. Small businesspersons might shut-down or change his business if he anticipates losses but an entrepreneur will try again after analysing the situation. On the other hand an entrepreneur can leave a perfectly running business to start another venture if he so desires. Functionally all entrepreneurs are self-employed and income generating persons but the reverse is not true- all self-employed and income generating persons are not entrepreneurs.
Where: Entrepreneurship is the terminal stage of the entrepreneurial process wherein after setting up a venture one looks for diversification and growth. We will learn more about entrepreneurship a little latter in the lesson. An entrepreneur is always in search of new challenges. An entrepreneur is not a routine businessperson he might not have resources but he will have ideas. He is innovative and creative. There are several institute which offers programs in Entrepreneurship Management
Institutions: (see below)
क्याः एक एंटरप्रेन्योर वह होता है जो किसी एंटरप्राइज की शुरूआत करता है। वह बदलाव की तलाश में रहता है और प्रतिक्रिया देता है। एंटरप्रेन्योर की कई परिभाषाओं प्रचलित है- अर्थशास्त्री उन्हे भूमि श्रम और पूंजी के साथ साथ उत्पादन के चैथे कारक के रूप में देखते हैं। वहीं अन्य लोग एंटरप्रेन्योर्स को ऐसा इनोवेटर मानते हैं जो प्रोडक्ट, मार्केट और तकनीक के लिए नए आइडियाज को पेश करता है।
सरल अर्थों में एंटरप्रेन्योर वह होता है जो अवसर को पहचानते हुए उसके लिए उपयोगी संसाधनों को व्यवस्थित करता है और उस मौके का लाभ उठाता है। कंप्यूटर्स, मोबाइल फोन, वाशिंग मशीन, एटीएम, क्रेडिट कार्ड, कूरियर सेवाएं, और रेडी टू इट फूड एंटरप्रेन्योर्ल आइडियाज के कुछ बेहतरीन उदाहरण है जिसने विचारों को मूर्त रुप प्रदान किया है।
एंटरप्रेन्योरशिप वह प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत एक एंटरप्रेन्योर अपने एंटरप्राइज को स्थापित करता है। एंटरप्रेन्योरशिप एक क्रिएटिव एक्टिविटी है। यह व्यवहारिक तौर पर कुछ नहीं से कुछ सार्थक बनाने की क्षमता है। यह ऐसे अवसरो को पहचानने की कला है जहां अन्य लोगों को विरोधाभास और भ्रम नजर आता है। एंटरप्रेन्योरशिप एक प्रवृति है जो अवसरों की तलाश करने, कैलकुलेटेड रिस्क लेने और वेंचर को स्थापित करके लाभ लेने में विश्वास रखती है। इसमे कॉन्सेप्शन, क्रिएशन और एंटरप्राइज को चलाने की तमाम गतिविधियाँ शामिल होती हैं।
कैसेः जाहिर सी बात है एक सफल एंटरप्रेन्योर को अपने क्षेत्र में अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया जाना चाहिए लेकिन एंटरप्रेन्योर्स की योग्यताएं भिन्न हो सकती हैं। रेस्टोरेंट खोलने की उम्मीद करने वाला युवा क्यूलिनरी स्कूल से ग्रेजुएट एक कुशल शेफ हो सकता है या फिर हॉस्पिटेलिटी का डिग्री धारी या ऐसा एमबीए हो सकता है जो कूकिंग के बारे में तो कुछ नहीं जानता लेकिन रेस्तरां का मालिक बनना उसका सपना हो। सभी एंटरप्रेन्योर्स को कैपिटल की आवश्यकता होती है इसलिए प्रभावी बिजनेस प्लान बनाने की क्षमता होना बेहद महत्वपूर्ण है।
एंटरप्रेन्योर्स को ऐसा रिस्क टेकर्स माना जाता है जो अपने दम पर कुछ बनाने के लिए नौ से पांच की नौकरी छोड़ने को तैयार रहते हैं। विशेष तौर पर एंटरप्राइज की शुरुआत में एंटरप्रेन्योर को मैनेजर, बुककीपर, पब्लिक रिलेशन रिप्रेजेंटेटिव, कस्टमर सर्विस एजेंट और मार्केट एजेंट जैसी सारी भूमिकाएं एक साथ निभानी पड़ सकती हैं। सफल एंटरप्रेन्योर बनने के लिए मजबूत व स्वतंत्र प्रकृति के साथ साथ अपनी सफलताओं पर विश्वास करने की काबिलियत भी होनी चाहिए।
वे किसी खतरे को अवसर में बदल सकते हैं। छोटे व्यापारी नुकसान की आशंका होने पर कारोबार को बंद कर देते हैं या फिर उसे बदल देते हैं लेकिन एंटरप्रेन्योर स्थिति का आकलन करने के बाद फिर से कोशिश करता है। वहीं दूसरी ओर इच्छा होने पर एंटरप्रेन्योर अच्छी तरह से चल रहे किसी व्यवसाय को छोड़कर दूसरे वेंचर की शुरुआत भी कर सकता हैं। कार्यात्मक तौर पर एंटरप्रेन्योर्स आत्मनिर्भर और आय का सृजन करने वाले होते हैं लेकिन इससे यह नहीं कहा जा सकता की सभी आत्मनिर्भर और आय का सृजन करने वाले व्यक्ति एंटरप्रेन्योर्स ही होते हैं।
कहांः एंटरप्रेन्योरशिप किसी भी उद्यम को स्थापित करने का अंतिम चरण होता है जिसके बाद एंटरप्रेन्योर वेंचर की स्थापना करके विकास पर ध्यान दिया जाता है। आगे हमें एंटरप्रेन्योरशिप के बारे में और जानने का मौका मिलेगा। एक एंटरप्रेन्योर हमेशा नई चुनौतियों की तलाश में रहता है। एंटरप्रेन्योर एक परंपरागत बिजनेसमैन नहीं होता है, उसके पास संसाधनों का अभाव तो हो सकता है लेकिन विचारों का अभाव नहीं होता है। ऐसे कई संस्थान है जहाँ एंटरप्रेन्योरशिप मैनेजमेंट के प्रोग्राम्स की पेशकश की जा रही है।
संस्थानः
INSTITUTES
- Entrepreneurship Development Institute of India, Ahmedabad
- Institute of Entrepreneurship Development, Luknow
- Centre for Entrepreneurship Development of Karnataka , Dharwad
- Institute of Entrepreneurship Development, Bhubneswar
- CAREER CLUSTERS
- ACCOUNTS AND FINANCE
- BUSINESS MANAGEMENT AND ADMINISTRATION
- DEFENCE & MILITARY
- DESIGNING & ART
- EDUCATION & TRAINING
- ENGINEERING AND TECHNOLOGY
- HEALTH SCIENCES
- HUMANISTIC STUDIES
- INFORMATION TECHNOLOGY
- LAW AND JUDICIARY
- MEDIA AND ENTERTAINMENT
- PUBLIC ADMINISTRATION AND GOVERNANCE
- SCIENCE AND RESEARCH
- TRAVEL TOURISM AND HOSPITALITY
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