Career in Human Rights

Career in Human Rights / ह्यूमन राइट्स में करियर

What: “Human rights are those rights which a human being possess by virtue of being a human

The human rights field has huge potential and need for multiple professionals. Work in human rights can be challenging and intense. Organizations use a variety of disciplines in their approach to Social Justice, Juvenile Justice, Gender Justice, Custodial Justice, and now emerging area of Climate Justice including direct service, monitoring & evaluation, lobbying and networking, advocacy, policy development, documenting and research.

In addition, human rights professionals provide advisory and educational services, refugee assistance, victim’s rehabilitation, policy analysis for national and international institutions, assistance in institution building and project development and management in the field of human rights based civil society organizations.

The salary in the field of human rights depend upon the nature of job such as permanent, temporary, ad-hoc and project based assignments. However, the higher remuneration and various other benefits depend upon which sector one is working like government, non-government organization, corporate houses or International Organization and even whether person is working in India or abroad.

How: The experience of past two decades has demonstrated the crucial importance of human rights. Traditionally, the human rights violation occurred due to State or its actors, however, the contemporary time has witnessed human rights violations by individuals, institutions and at societal levels. Over the years, the National Human Rights Commissions of India has been recording and reporting a number of human rights violations including civil, political, social and economic rights.

These violations and victimizations are with regard to the issues concerning right to food, right to health, right to education, rights of women against violence and exploitation, rights of Children against abuse and exploitation, rights of migrants and their violation based on caste, creed, region and region.

Where:  Most of the University Departments offering a Post-Graduate or Under-Graduate programs have Human Rights as one of their main subjects. Some Universities, Colleges, Institutions and Non-Government Organizations (NGOs) also offer Diploma and Certificate.  The Eligibility to take admission in these courses is generally a Bachelor’s degree in any stream having some understanding of human rights issues.

Institutions:

  • Jamia Millia Islamia, New Delhi
  • Aligarh Muslim University, Aligarh
  • Andhra University, Visakhapatnam
  • Cochin University of Science & Technology, Kochi
  • Banaras Hindu University, Varanasi
  • S. University of Baroda,Vadodara
  • Sri Venkatesswara University, Tirupati
  • M.D. University, Rohtak

क्या: मानव अधिकार वह अधिकार है जिसपर इंसान होने की वजह से हर इंसान का अधिकार है”

मानव अधिकार का क्षेत्र व्यापक संभावनाओं से भरा हुआ है और इसमें बड़े पैमाने पर प्रोफेशनल्स की जरूरत है। मानव अधिकार के लिए काम करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। ऑर्गेनाइजेशंस द्वारा सोशल जस्टिस, जुवेनाइल जस्टिस, जेंडर जस्टिस, कस्टॉडियल जस्टिस और उभरते हुए क्लाइमेट जस्टिस जैसे क्षेत्रो के लिए डायरेक्ट सर्विस, मॉनिटरिंग व इवेल्यूएशन, लॉबिंग व नेटवर्किंग, एडवॉकेसी, पॉलिसी डेवलपमेंट, डॉक्यूमेंट व रिसर्च जैसे तरीके अपनाए जाते हैं।  

इसके अलावा ह्यूमन राइट्स प्रोफेशनल्स द्वारा एडवाइजरी और एजुकेशनल सर्विसेज, शरणार्थी सहायता, पीड़ित के पुनर्वास, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के लिए नीति विश्लेषण,  ह्यूमन राइट्स पर आधारित सिविल सोसाइटी ऑर्गेनाइजेशंस के लिए संस्था के निर्माण और परियोजना के विकास और प्रबंधन में सहायता प्रदान करते हैं.

मानव अधिकारों के क्षेत्र में वेतन आपके जॉब की प्रकृति पर निर्भर करता है जो स्थायी, अस्थायी, एडहॉक या प्रोजेक्ट आधारित हो सकता है। हालांकि, पारिश्रमिक और अन्य कई लाभ आप किस सेक्टर में काम कर रहे हैं इस बात पर निर्भर करते हैं जैसे सरकारी, गैर सरकारी संगठन, कारपोरेट घरानें या अंतर्राष्ट्रीय संगठन के लिए। इसके अलावा यह इस बात पर भी निर्भर है की व्यक्ति भारत में काम कर रहा है या विदेश में।

कैसे: पिछले दो दशकों के अनुभवों ने ह्यूमन राइट्स की जरुरत को स्पष्ट तौर पर दर्शाया है। परम्परागत तौर पर मानव अधिकारों के हनन के मामले राज्य की वजह से हुआ करते थे लेकिन आजकल व्यक्तियों, संस्थाओं और सामाजिक स्तर पर मानव अधिकारों के उल्लंघन के मामले सामने आ रहें हैं। कई वर्षों से भारत के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा नागरिक, राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक अधिकारों सहित मानव अधिकार के उल्लंघन के कई मामलों की रिकॉर्डिंग और रिपोर्टिंग की गयी है।

उल्लंघन और हनन के ये मामले भोजन के अधिकार, स्वास्थ्य के अधिकार, शिक्षा के अधिकार,  हिंसा और शोषण के खिलाफ महिलाओं के अधिकार, दुर्व्यवहार व शोषण के खिलाफ बच्चों के अधिकार, प्रवासियों के अधिकार और जाति, धर्म के आधार पर उनके साथ होने वाली हिंसा से जुड़े हुए हैं। 

कहां: ज्यादातर यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट्स में मुख्य विषय के तौर पर मानवाधिकार के साथ स्नातकोत्तर या स्नातक के कोर्सेज उपलब्ध हैं। कुछ विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, संस्थानों और गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) द्वारा डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्सेज की पेशकश भी की जा रही  है। आम तौर पर इन कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए किसी भी विषय में बैचलर डिग्री के साथ मानव अधिकारों के मुद्दों की कुछ समझ होनी चाहिए।

संस्थान:

  • जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
  • अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़
  • आंध्रा यूनिवर्सिटी, विशाखापत्तनम
  • कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नॉलजी, कोच्चि
  • बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
  • एम.एस यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा, वडोदरा
  • श्री वेंकटेश्वरा यूनिवर्सिटी, तिरुपति
  • एम.डी. यूनिवर्सिटी, रोहतक

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