Career in Tea Management / टी मैनेजमेंट में कैरियर

What: Tea is one of the most refreshing and popular beverages of the world. India being the world’s largest producer, exporter and consumer of tea, there is wide scope for careers in this field. Though not a very well-known career option, jobs in this area can be interesting.  There are a variety of jobs one can specialize in a tea industry. The jobs put together are known as tea management. Tea tasting is one of the highly specialized areas of work. Other areas are that of researchers, plantation managers, tea brokers, consultants etc.

Work in the Tea industry includes plant work, processing, auctioning, branding, marketing and research.

In India, best tea growing areas are Assam, Darjeeling and Nilgiris. Several varieties of tea can be grown in one garden. As tea is a seasonal plant, the same leaves from the same bush, plucked in different seasons, have different bouquets. Each of these varieties requires different ways of handling.

Trainees get, on an average, Rs. 5,000 while senior professionals draw Rs. 25,000 per month and specialized professionals can earn in the range of 40,000- 50,000 per month.

How: There is an array of jobs one can specialize in this field. It includes jobs from highly specialized field like tea tasting to subject-areas for researchers, plantation managers, tea brokers, consultants etc. The tea industry involves tasks like plantation, processing, auctioning, branding, marketing and research with respect to tea and its better ways of marketing. Although computers are now used for blending varieties of tea, a tea taster’s judgment is still considered the ultimate analysis for determining the quality of tea. In India, the best of tea is grown in areas like Assam, Darjeeling and Nilgiris. Of late, tea management has also surfaced as an important career option for aspirants with a love for tea management and greenery.

Even though anybody who has a basic educational background can get into tea industry, and pick up the skills required on the job, a degree in Agricultural Science or a B.Sc. in Botany, Food Sciences, Horticulture or allied fields is preferred these days.

One must be knowledgeable about the tea market and be alert to varying market factors concerning tea industry. He/she should possess a reasonable knowledge about the topography and geographical location of the tea estate.

Where:  Tea gardens are controlled by Managers who have junior assistants and Assistant Managers, depending on the size and requirement of the garden, to assist them in the smooth functioning of the tea estate. Their work involves supervision of all plantation work involved from planting to plucking, processing to packing and transport of tea to auction houses. New entrants are taken on as Assistants at the plantation level. Experience is the deciding factor in the appointment of a manager. It is a long wait as it usually takes twelve to fifteen years. The Indian Institute of Plantation Management, Bangalore offers a training programme on the supporting subject under the Indian Commodity economy.

Institutions: (see below)

क्याः चाय दुनिया के सबसे बेहतरीन व लोकप्रिय पेय पदार्थों में से एक है। भारत दुनिया में चाय का सबसे बड़ा उत्पादक, निर्यातक और उपभोक्ता है इसलिए इस क्षेत्र में कॅरिअर की भी व्यापक संभावनाएं हैं। हालांकि यह लोकप्रिय करियर विकल्प नहीं है फिर भी इस क्षेत्र में काम करना बेहद दिलचस्प हो सकता है। टी इंडस्ट्री में कई तरह की जॉब्स उपलब्ध है जिसमें स्पेशलाइज किया जा सकता है। इस क्षेत्र को टी मैनेजमेंट कहा जाता है। टी टेस्टिंग इस क्षेत्र के विशिष्ट कार्यो में से एक है। इसके अलावा रिसर्चर, प्लांटेशन मैनेजर, टी ब्रोकर व कंसलटेंट के तौर पर भी काम किया जा सकता है।

टी इंडस्ट्री के काम में प्लांट वर्क, प्रोसेसिंग, ऑक्सनिंग, ब्रांडिंग, मार्केटिंग व रिसर्च शामिल हैं।

भारत में सबसे अच्छी चाय असम, दार्जिलिंग और नीलगिरी में पैदा होती हैं। एक बगीचे में चाय किस्मों को उगाया जा सकता है। चाय एक मौसमी पौधा होता है इसलिए एक डाल एक पत्तों को अलग अलग मौसम में एकत्र किया जा सकता है। इनमें से प्रत्येक किस्मों को अलग अलग तरीके से देखभाल की आवश्यकता होती है।

ट्रेनी को शुरुआती स्तर पर औसतन प्रतिमाह 5,000 रुपये तक मिलते हैं जबकि सीनियर प्रोफेशनल्स प्रतिमाह 25,000 रुपये तक प्राप्त कर सकते हैं जबकी स्पेशलाइज्ड प्रोफेशनल्स का मासिक वेतन 40,000 रुपये से 50,000 रुपये के बीच होता है।

कैसेः इस क्षेत्र में विशेषज्ञों के लिए कई तरह के जॉब्स मौजूद हैं। इसमें टी टेस्टिंग जैसे स्पेशलाइज्ड फील्ड से लगायत रिसर्चर्स, प्लांटेशन मैनेजर्स, टी ब्रोकर्स और कंसलटेंट्स जैसे सब्जेक्ट एरिया शामिल है। टी इंडस्ट्री में प्लांटेशन, प्रोसेसिंग, ऑक्शनिंग, ब्रांडिग, मार्केटिंग व रिसर्च जैसे काम होते हैं। हालांकि अब चाय की किस्मों की मिक्सिंग के लिए कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जा रहा है, फिर भी चाय की गुणवत्ता के निर्धारण के लिए टी टेस्टर के फैसले को ही अंतिम निर्णय माना जाता है। भारत में सबसे अच्छी चाय असम, दार्जिलिंग और नीलगिरी में पैदा होती हैं। इसके अलावा टी मैनेजमेंट व हरियाली को पसंद करने वाले लोगों के लिए भी टी मैनेजमेंट महत्वपूर्ण कैरियर विकल्प साबित हो सकता है।

जिसके पास भी बुनियादी शैक्षिक योग्यता है वो टी इंडस्ट्री में जाकर जॉब के लिए आवश्यक कौशल को विकसित कर सकता है, फिर भी एग्रीकल्चर साइंस में डिग्री या बॉटनी, फूड साइंस, हॉर्टिकल्चर जैसे विषयों में बीएससी कर चुके अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाती है।

इस क्षेत्र में काम करने वाले व्यक्ति को टी मार्केट की जानकारी होनी चाहिए और टी इंडस्ट्री के बदलते मार्केट फैक्टर्स के प्रति सावधान रहना चाहिए। इसके अलावा चाय बागानों की भौगोलिक स्थिति के बारे में जानकारी का होना भी जरुरी होता है।

कहांः चाय के बागानों के सुचारू संचालन हेतु मैनेजर्स होते हैं एंव बगान के आकार व जरुरतों के अनुसार उनके सहायक भी रखे जाते हैं। उनके कार्यों में चाय के प्लांटेशन से प्लकिंग तक, प्रोसेसिंग से पैकिंग और ऑक्शन हाउस तक चाय को पंहुचाने की जिम्मेदारी शामिल होती है। नए लोगों को प्लांटेशन स्तर पर बतौर सहायक रखा जाता है। मैनेजर की नियुक्ति में अनुभव की निर्णायक भूमिका होती है। यह एक लंबा सफर है जिसमें आमतौर पर बारह से पन्द्रह साल का वक्त लगता है। बंगलौर के इंडियनन इंस्टिट्यूट ऑफ प्लांटेशन मैनेजमेंट द्वारा इंडियन कमोडिटी इकोनॉमी के अंतर्गत सहायक विषयों पर ट्रेनिंग प्रोग्राम की पेशकश की जाती है।

संस्थानः

INSTITUTES

  • Assam Agricultural University- Assam
  • Indian Institute of Plantation Management-Bangalore
  • Dipras Institute of Professional Studies- Kolkata
  • The Tea Research Association (TRA), Calcutta
  • NITM, Darjeeling Tea Research and Management Association- Darjeeling

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