Career as Forensic Artist / फोरेंसिक आर्टिस्ट के रूप में करियर

What: A forensic sketch artist interviews witnesses and victims of crime, gathering information about the appearance of a suspect, and drawing a sketch to match that description. Computers are sometimes used to help construct pictures. They also sketch or use computer graphics to generate images of missing people, showing how they might have aged. They may sketch a reconstruction of a crime scene from forensic information. A sculpture artist may reconstruct faces to help identify skeletal remains.

You need to be able to draw a detailed and accurate portrait or scene from imagination. This skill is based on hours of drawing from life. For drawing of crime scenes, as a forensic artist you’ll need to be able to draw using correct perspective, accurately rendering three-dimensional objects, and using your imagination to reconstruct scenes, often with limited information – but still accurately placing the information that is available.

Unlike the old Wild West and Bollywood films where the criminal’s hand-drawn portrait carrying a cash reward on his head, modern-day forensic artists are far more tech savvy. They use computerized image enhancement or morphology not merely as forensic tools but as evidence in court. There are numerous instances where forensic artists have been called upon to track criminals — the latest being the deadly Delhi bombings. As a forensic artist you need to be familiar with several disciplines including composite art, image modification, age progression, post-mortem reconstruction and demonstrative evidence. Forensic artist can earn good money right from the beginning of his career.

How: Qualifications vary widely. Though some law enforcement agencies require education in legal procedures, it is more common to seek someone with formal art training.

Your skill in drawing should be focused on drawing from life and demonstrate the ability to create a three dimensional drawing from the descriptive words supplied to you. The ability to translate the spoken word into an image accurately requires an innate talent that cannot be taught.

People skills are incredibly important. You will be interviewing victims during a time when they are in distress or may question uncooperative witnesses reluctant to provide details. You may also be working as part of a team. This position is not for someone with a difficult artistic temperament, but rather requires patience, empathy and teamwork. For reconstructive forensics and crime scene work, a strong stomach may be needed!

Where: You need to be able to draw a detailed and accurate portrait or scene from imagination. This skill is based on hours of drawing from life. For drawing of crime scenes, as a forensic artist you’ll need to be able to draw using correct perspective, accurately rendering three-dimensional objects, and using your imagination to reconstruct scenes, often with limited information but still accurately placing the information that is available.

Institutions:

क्याः एक फॉरेंसिक स्केच आर्टिस्ट अपराध के चश्मदीदों और पीडितों से बात करने और संदिग्ध लोगों के बारे में जानकारियों को जुटाने के बाद उसके आधार पर आरोपी का स्केच तैयार करता है। कई बार तस्वीरों को बनाने कंप्यूटर्स की भी मदद ली जाती है। इसके अलावा वे स्केच या कम्प्यूटर ग्राफिक्स की मदद से गुमशुदा लोगों की तस्वीर को भी बनाते हैं जिसमें वक्त के साथ उनमें आए बदलावों को दर्शाया गया रहता है। वे फॉरेंसिक जानकारियों के आधार पर किसी आपराधिक वारदात का पुनर्निर्माण भी कर सकते हैं। एक स्क्लपचर आर्टिस्ट किसी कंकाल अवशेष की पहचान में मदद के लिए चेहरे को फिर से बना सकता है।

आपको कल्पना के आधार पर विस्तृत और सटीक तस्वीर या सीन को बनाने की क्षमता होनी चाहिए। बतौर फॉरेंसिक ऑर्टिस्ट किसी सीन को ड्रा करने के लिए आपको सही परिप्रेक्ष्य और थ्री डाइमेंशंल चीजों को मद्देनजर रखते हुए अपनी कल्पनाशीलता का इस्तेमाल करना होगा, कई बार जानाकरियां बहुत सीमित होती है लेकिन फिर भी आपको उपलब्ध सूचनाओं को सिलसिलेवार तरीके से व्यवस्थित करना होता है।

पुरानी पश्चिमी और बॉलीवुड की फिल्मों में हाथ से तैयार किए हुए अपराधियों के तस्वीरों के सिर पर नकद इनाम हुआ करते थे वही आधुनिक समय के फोरेंसिक आर्टिस्ट कहीं ज्यादा टेक सेवी हो गये हैं। वे कम्प्यूटराइज्ड इमेज सुधार या मॉरर्फालजी का इस्तेमाल केवल फोरेंसिक टूल के तौर पर ही नहीं करते बल्कि अदालत में साक्ष्य के रूप में भी उसका उपयोग करते हैं। ऐसे कई मौके आते हैं जब क्रिमिनल्स को ट्रेक करने के लिए फॉरेंसिक आर्टिस्ट को बुलाया जाता है दृ इसका ताजातरीन उदाहरण दिल्ली का भीषण बम विस्फोट है। बतौर फोरेंसिक आर्टिस्ट आपको कंपोजिट एयर, इमेज प्रोग्रेशन, पोस्टमार्टम के रिकंस्ट्रक्शन जैसे कई विषयों से वाकिफ होने की जरुरत पड़ेगी। फोरेंसिक आर्टिस्ट अपने कैरियर की शुरुआत से ही अच्छा पैसा कमा सकते हैं

कैसेः योग्यता में व्यापक तौर पर काफी भिन्नता है। कुछ कानून प्रवर्तन एजेंसियों को कानूनी प्रक्रियाओं में शिक्षित अभ्यर्थियों की आवश्यकता होती है लेकिन औपचारिक तौर पर ऑर्ट ट्रेनिंग लिए उम्मीदवारों की मांग आमतौर पर ज्यादा होती है। ड्राइंग में आपका कौशल जीवन से जुड़ी कलाओं को बनाने पर केंद्रित होना चाहिए और आपके अंदर प्राप्त हुए वर्णनात्मक शब्दो से त्रिआयामी चित्र बनाने की क्षमता होनी चाहिए। दरअसल कहे गए शब्दों को सही ढंग से तस्वीर में बदलते के लिए बेहतरीन प्रतिभा की आवश्यकता होती है जिसके पढ़ाया नही जा सकता है।

इस क्षेत्र में कौशल बेहद महत्वपूर्ण होता है। आपको तल्ख माहौल में पीड़ितों से बात करनी पड़ सकती है या विवरण प्रदान करने के लिए अनिच्छुक एंव असहयोगी गवाहों से सवाल पूछना पड़ सकता है। आप टीम के एक हिस्से के रूप में भी काम कर सकते हैं। यह क्षेत्र किसी गूढ़ कलाकार या चित्रकार के लिए नहीं है बल्कि इसके लिए धैर्य, सहानुभूति और साथ काम करने की क्षमता का होना जरुरी है। फॉरेंसिक व क्राइम सीन वर्क के पुनर्निर्माण के लिए मजबूत पेट की जरूरत हो सकती है!

कहांः आपको कल्पना के आधार पर विस्तृत और सटीक चित्र या दृश्य को बनाने में सक्षम होना चाहिए। यह कौशल जीवन की ड्राइंग के घंटो के अभ्यास पर आधारित होता है। एक फोरेंसिक कलाकार के रूप क्राइम सीन की ड्राइंग करते समय अक्सर आपको सीमित जानकारियों की मदद से सही परिप्रेक्ष्य, त्रिआयामी ऑब्जेक्ट्स व अपनी कल्पना का उपयोग करते हुए सही तरीके से चित्रों व दृश्यों को बनाने मे सक्षम होना चाहिए, अक्सर जानकारियां सीमित होती हैं लेकिन आपको उपलब्ध जानकारियों को सिलसिलेवार ढंग से व्यवस्थित करने की कला होनी चाहिए।

संस्थानः

INSTITUTES:

  • Banaras Hindu University, Varanasi
  • Central forensic science laboratory, New Delhi
  • Madras University, Chennai
  • National Law University, Jodhpur
  • University of Delhi, Delhi

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