What: Shipping refers to physical process of transporting goods and cargo. In broader sense, shipping can be associated with Logistics, which refers to flow of goods, information and other resources, including energy and people, between the point of origin and the point of consumption.
Thus, shipping and logistics combined include all aspects of transportation, storage and packaging of goods and commodities. Despite the many variables in shipped products and locations, there are only three basic types of shipments: land, air, and sea. Quantum growth in inter-regional and intra-regional trade has made shipping and logistics industries a favoured place for the new generation. With increasing complexity, qualified professionals are required to manage shipping and port industries across the globe.
Sky is the only limit in terms of pay packages of shipping and port managers. In government departments, their pay packages are not so high. However, shipping and port managers’ salaries are very high in private sectors along with other benefits like house rent, medical allowances and retirement benefits.
How: The candidate should possess excellent verbal and written communication skills, decision-making ability and a willingness to learn. The ability to work well with all levels of staff, self-motivation, confidence, a high level of numeric ability, and commercial awareness are all very important. With increasing importance of international trade, the need for skilled individuals to manage ports has increased. Services of shipping and port management professionals are required by both government agencies and private sectors. The minimum qualification for MBA (Shipping & Port) is a Bachelor Degree in Engineering/Technology. However some institutes even allows science and management graduates.
Where: Shipping and Port Managers can find suitable employment opportunities in government departments like Railways and Defence. PSUs like Shipping Corporation and other agencies in the field of logistics and shipping are favoured place for shipping managers.
However, working with private logistics and shipping companies are the best option available to shipping and port managers. These professional also can work with private packer and movers and transporters. Heavy industries dealing with high volume of inflow and outflow of goods and commodities also require logistics managers to ensure smooth and in-time supply. Besides, opportunities are also available with organizations specializing in cargo handling. Shipping and port managers also can work with International shipping majors.
Institutions:
क्याः शिपिंग का मतलब गुड्स और कार्गो के परिवहन की प्रक्रिया से होता है। व्यापक अर्थो में शिपिंग को लॉजिस्टिक से जोड़ा जा सकता है, जिसमें ऊर्जा और लोगों सहित गुड्स, इंफॉर्मेशन और अन्य रिसोर्सेज का फ्लो शामिल होता हैं और ये उन्हे निर्माण के स्थान से खपत के स्थान तक पहुंचाने का काम करते हैं।
इस तरह से शिपिंग और लॉजिस्टिक्स में गुड्स व कमोडिटिस के ट्रांसपोर्टेशन, स्टोरेज और पैकेजिंग के सभी पहलू शामिल होते हैं। भेजे गए उत्पादों व स्थानों के अनुसार व्यापकता होने के बावजूद जमीन, हवा और समुद्र के रास्ते केवल तीन तरह की बुनियादी शिपमेंट होती है। इंटर-रिजनल और इंट्रा रिजनल ट्रेड में हुए शानदार इजाफे ने शिपिंग और लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री में नई पीढ़ी के लिए बेहतरीन मौके पैदा किए हैं। कॉम्प्लेक्सिटी में हो रही वृद्धि की वजह से दुनिया भर में शिपिंग और पोर्ट इंडस्ट्रिज को मैनेज करने के लिए बड़े पैमाने पर योग्य प्रोफेशनल्स की आवश्यकता है।
वेतन पैकेज के मामले में शिपिंग और पोर्ट मैनजर्स के लिए कोई सीमा निर्धारित नहीं है। सरकारी विभागों में उनका वेतन पैकेज इतना अधिक नहीं होता हैं। हालांकि प्राइवेट सेक्टर में शिपिंग और पोर्ट मैनेजर्स की सैलेरी काफी अधिक होती है इसके अलावा उन्हे मकान के किराये, चिकित्सा भत्ते और सेवानिवृति के साथ मिलने वाले कई लाभ भी दिए जाते हैं।
कैसेः अभ्यर्थी का मौखिक एवं लिखित संचार कौशल उत्कृष्ट होना चाहिए और उसमें निर्णय लेने की क्षमता के साथ सीखने की इच्छा होनी चाहिए। हर स्तर के स्टॉफ के साथ काम करने की क्षमता, आत्मविश्वास उच्च स्तर की आंकिक के साथ कमर्शियल अवेयरनेस का होना भी बेहद आवश्यक है। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के महत्व में हो रहे इजाफे के साथ ही पोर्ट को मैनेज करने वाले कुशल प्रोफेशनल्स की मांग भी बढ़ी है। शिपिंग व पोर्ट मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स के सेवाओं की आवश्यकता सरकारी एजेंसियों और प्राइवेट सेक्टर्स दोनो को होती है। एमबीए (शिपिंग एवं पोर्ट) के लिए न्यूनतम योग्यता इंजिनियिरंग/टेक्नालॉजी में बैचलर्स डिग्री है। हालाकिं कुछ इंस्टीट्यूट्स में साइंस और मैनेजमेंट ग्रेजुएट्स को भी दाखिला दिया जाता है।
कहांः शिपिंग और पोर्ट मैनेजर्स को रेलवे और रक्षा जैसे सरकारी विभागों में उपयुक्त रोजगार के अवसर मिल सकते हैं। शिपिंग कॉर्पोरेशन और लॉजिस्टिक व शिपिंग के क्षेत्र से जुड़ी अन्य एजेंसियाँ भी जॉब के मद्देनजर शिपिंग मैनेजर्स के लिए उपयुक्त स्थान है।
हालांकि प्राइवेट लॉजिस्टिक्स और शिपिंग कंपनियों के साथ काम करना शिपिंग और पोर्ट मैनेजर्स के लिए सबसे अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। ये प्रोफेशनल्स प्राइवेट पैकर्स, मूवर्स और ट्रांसपोर्टरों के साथ भी काम कर सकते हैं। गुड्स व कमोडिटिस के हाई वॉल्यूम इनफ्लो व आऊटफ्लो से डील करने वाली इस इंडस्ट्री में लॉजिस्टिक मैनेजर्स को समय से व सही तरीके से आपूर्ति को सुनिश्चित करने की भी आवश्यकता होगी। इसके अलावा कार्गो हैंडलिंग में विशेषज्ञ ऑर्गेनाइजेशंस के साथ भी काम करने के अवसर उपलब्ध हैं। शिपिंग व पोर्ट मैनेजर्स प्रमुख अंतरराष्ट्रीय शिपिंग कंपनियों के साथ भी काम कर सकते हैं।
संस्थानः
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